ईसाई धर्म दुनिया का एक प्रमुख धर्म है, जिसकी स्थापना प्रभु यीशु मसीह के जीवन और शिक्षाओं पर आधारित है। यह धर्म प्रेम, करुणा, क्षमा, और ईश्वर के प्रति समर्पण पर जोर देता है।
ईसाई धर्म का सारांश:
विषय विवरण संस्थापक प्रभु यीशु मसीह (Jesus Christ)प्रमुख ग्रंथ बाइबिल (Bible) – पुराना नियम (Old Testament) और नया नियम (New Testament) प्रमुख मान्यताएं एक ईश्वर में विश्वास (Trinity), यीशु का पुनरुत्थान, पापों की क्षमा। उत्पत्ति पहली सदी, यरूशलेम (प्राचीन इज़राइल) अनुयायियों की संख्या लगभग 2.4 अरब (दुनिया का सबसे बड़ा धर्म) प्रमुख संप्रदाय कैथोलिक (Catholic), प्रोटेस्टेंट (Protestant), और ऑर्थोडॉक्स (Orthodox) प्रमुख पर्व क्रिसमस, गुड फ्राइडे, ईस्टर धार्मिक स्थल चर्च (Church), वेटिकन सिटी (Vatican City), यरूशलेम (Jerusalem) प्रमुख प्रतीक क्रॉस (Cross), मछली (Ichthys), कबूतर (Holy Spirit)
ईसाई धर्म की प्रमुख मान्यताएं:
त्रित्व सिद्धांत (Trinity) :
ईश्वर तीन रूपों में अस्तित्व में है: पिता (God the Father), पुत्र (Jesus Christ), और पवित्र आत्मा (Holy Spirit)।
पाप और मोक्ष :
सभी मनुष्य पापी हैं, और केवल यीशु मसीह के माध्यम से ही मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है।
जीवन के बाद मृत्यु :
मृत्यु के बाद पुनरुत्थान और न्याय होगा, जिसमें स्वर्ग और नर्क का निर्णय होगा।
प्रेम और करुणा :
“अपने पड़ोसी से उसी तरह प्रेम करो जैसे तुम स्वयं से करते हो।”
ईसाई धर्म के प्रमुख पर्व:
पर्व महत्व क्रिसमस यीशु मसीह का जन्म (25 दिसंबर)। गुड फ्राइडे क्रूस पर यीशु मसीह की मृत्यु का स्मरण। ईस्टर यीशु मसीह के पुनरुत्थान का उत्सव। पेंटेकोस्ट पवित्र आत्मा के आने का दिन।
ईसाई धर्म के मुख्य संप्रदाय:
संप्रदाय विवरण कैथोलिक पोप के नेतृत्व में, सबसे बड़ा ईसाई संप्रदाय। प्रोटेस्टेंट 16वीं सदी में सुधार आंदोलन से उत्पन्न। ऑर्थोडॉक्स पूर्वी यूरोप, रूस और ग्रीस में लोकप्रिय।
ईसाई धर्म का इतिहास:
प्रारंभिक काल :
यीशु मसीह के शिष्यों ने उनके जीवन और शिक्षाओं को फैलाया।
रोमन साम्राज्य :
चौथी सदी में सम्राट कॉन्सटेंटाइन ने ईसाई धर्म को आधिकारिक धर्म के रूप में स्वीकार किया।
सुधार आंदोलन (Reformation) :
16वीं सदी में मार्टिन लूथर द्वारा चर्च में सुधार की शुरुआत।
ईसाई धर्म का प्रभाव:
शिक्षा और चिकित्सा :
ईसाई मिशनों ने स्कूल, कॉलेज और अस्पतालों की स्थापना की।
कला और संस्कृति :
ईसाई धर्म ने संगीत, चित्रकला और वास्तुकला में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सामाजिक सुधार :
दास प्रथा का अंत, समानता और मानवाधिकारों का प्रचार।
ईसाई धर्म का संदेश:
प्रेम, करुणा, और क्षमा।
सत्य और न्याय के मार्ग पर चलना।
ईश्वर के प्रति विश्वास और समर्पण।
ईसाई धर्म मानवता को एकता, शांति और सेवा का संदेश देता है।