जिम्बाब्वे (Zimbabwe) दक्षिणी अफ्रीका का एक देश है। यह नाम “जिंबा ज़वे” से लिया गया है, जिसका अर्थ है “पत्थरों का घर”। जिम्बाब्वे की राजधानी हरारे है, और यह अपने ऐतिहासिक स्थल, जैसे कि ग्रेट ज़िम्बाब्वे, के लिए प्रसिद्ध है, जो प्राचीन पत्थरों की संरचनाओं का एक विशाल शहर था और यह देश के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का हिस्सा है।
जिम्बाब्वे की सीमाएं दक्षिण अफ्रीका, मोजाम्बिक, जाम्बिया और बोट्सवाना से मिलती हैं। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ अंग्रेज़ी, शोना और Ndebele हैं। जिम्बाब्वे का इतिहास उपनिवेशवाद, स्वतंत्रता संग्राम और राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजरा है।
1990 के दशक तक जिम्बाब्वे कृषि और खनिज संसाधनों के मामले में समृद्ध था, लेकिन 2000 के दशक में आर्थिक संकट और मुद्रास्फीति के कारण यह एक गंभीर संकट का सामना कर रहा था।
जिम्बाब्वे के बारे में कुछ और जानकारी:
भूगोल:
जिम्बाब्वे एक भूमि-लॉक (landlocked) देश है और इसे चार देशों द्वारा घेरा गया है: दक्षिण अफ्रीका, मोजाम्बिक, जाम्बिया और बोट्सवाना। देश का कुल क्षेत्रफल लगभग 390,757 वर्ग किलोमीटर है। यहाँ का भूभाग ऊंचे पठारों और पहाड़ियों से बना हुआ है, जो इसे एक सुंदर प्राकृतिक दृश्य प्रदान करता है।
जनसंख्या:
जिम्बाब्वे की जनसंख्या लगभग 16 मिलियन (2023 के अनुमान के अनुसार) है। इसमें प्रमुख जातियाँ शोना, एनडेबेली, और कई अन्य जनजातियाँ शामिल हैं। यहाँ की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है, लेकिन शोना और एनडेबेली मुख्य स्थानीय भाषाएँ हैं।
इतिहास:
- प्रारंभिक इतिहास: जिम्बाब्वे का ऐतिहासिक केंद्र ग्रेट ज़िम्बाब्वे नगर था, जो 11वीं से 15वीं शताब्दी के बीच एक शक्तिशाली साम्राज्य का हिस्सा था। यह शहर अपने विशाल पत्थर से बने किलों और दीवारों के लिए प्रसिद्ध है।
- उपनिवेशवाद: 19वीं शताब्दी के अंत में जिम्बाब्वे पर ब्रिटिश उपनिवेशवादी शासन ने कब्जा कर लिया और इसे “रोडीशिया” नाम दिया।
- स्वतंत्रता संग्राम: 1965 में, ब्रिटिश उपनिवेशवादियों द्वारा स्वतंत्रता की मांग के बावजूद, जिम्बाब्वे ने एकतरफा स्वतंत्रता की घोषणा की, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने मान्यता नहीं दी। इसके बाद, 1970 के दशक के मध्य में स्वतंत्रता संग्राम शुरू हुआ, जिसमें रॉबर्ट मुगाबे और जोनाथन मुघल जैसे नेताओं ने प्रमुख भूमिका निभाई।
- स्वतंत्रता: 1980 में जिम्बाब्वे ने स्वतंत्रता प्राप्त की और रॉबर्ट मुगाबे पहले प्रधानमंत्री बने। मुगाबे की सरकार में, जिम्बाब्वे ने कई सामाजिक सुधार किए, लेकिन 2000 के दशक के अंत में अर्थव्यवस्था में गिरावट आई, जिसमें उच्च मुद्रास्फीति, खाद्य संकट और राजनीतिक अस्थिरता शामिल थी।
अर्थव्यवस्था:
जिम्बाब्वे की अर्थव्यवस्था कृषि, खनिज संसाधनों (विशेषकर सोने, हीरे, और कोल्टन) और पर्यटन पर निर्भर है। देश ने कई आर्थिक संकटों का सामना किया, जिनमें मुद्रा स्फीति (hyperinflation) प्रमुख है, जो 2000 के दशक में चरम पर थी। इसके बावजूद, जिम्बाब्वे ने धीरे-धीरे आर्थिक सुधारों को लागू किया है, और 2020 के बाद से कुछ सुधार देखे गए हैं।
पर्यटन:
- विक्टोरिया फॉल्स: जिम्बाब्वे में स्थित विक्टोरिया फॉल्स दुनिया के सबसे प्रसिद्ध जलप्रपातों में से एक है, जो जाम्बिया से सटी सीमा पर स्थित है। यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।
- ग्रेट ज़िम्बाब्वे: यह ऐतिहासिक स्थल प्राचीन जिम्बाब्वे साम्राज्य के अवशेषों को दर्शाता है और यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है।
- माटोबो हिल्स: यह क्षेत्र जिम्बाब्वे के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है और यहाँ पर रॉबर्ट मुगाबे का समाधि स्थल भी है।
राजनीति:
जिम्बाब्वे का राजनीतिक इतिहास काफी कठिन रहा है। रॉबर्ट मुगाबे ने 1980 से 2017 तक सत्ता में रहते हुए देश को लम्बे समय तक शासन किया। मुगाबे की सरकार की आलोचना की गई थी, विशेष रूप से उनके शासनकाल के अंत में भ्रष्टाचार और मानवाधिकारों का उल्लंघन करने के कारण। 2017 में, मुगाबे को सैन्य तख्तापलट के बाद पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। उसके बाद, इमर्सन म्नांगाग्वा ने सत्ता संभाली और वर्तमान राष्ट्रपति हैं।
सांस्कृतिक विविधता:
जिम्बाब्वे में विभिन्न जातीय समूहों और सांस्कृतिक परंपराओं का मिश्रण है। यहाँ की कला, संगीत, नृत्य, और हस्तशिल्प विशेष रूप से लोककला और पारंपरिक शिल्प के लिए प्रसिद्ध हैं। शोना और एनडेबेली जैसी जातीय भाषाएँ यहाँ की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा हैं।
खेल:
क्रिकेट, फुटबॉल, और रग्बी जिम्बाब्वे में प्रमुख खेल हैं। जिम्बाब्वे की क्रिकेट टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करती है और यह खेल देश में बहुत लोकप्रिय है।
जिम्बाब्वे की स्थिति धीरे-धीरे सुधार रही है, लेकिन यह अभी भी कई आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियों का सामना कर रहा है।