मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार 2024 : भारत के चार सितारे, मनु भाकर, गुकेश डी, हरमनप्रीत सिंह, और प्रवीण कुमार, जिन्होंने खेलों में अपार सफलता प्राप्त की है, अब भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सबसे बड़े खेल पुरस्कार “मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार 2024” के लिए चयनित हुए हैं। यह पुरस्कार उनके शानदार प्रदर्शन के लिए 17 जनवरी, 2025 को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाएगा।
मनु भाकर

मनु भाकर भारतीय निशानेबाज हैं, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन किया। मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल महिला वर्ग में कांस्य पदक प्राप्त किया और 10 मीटर मिक्स्ड एयर पिस्टल इवेंट में भी ब्रॉन्ज़ मेडल जीता। इससे पहले 2021 में उन्हें “बीबीसी इमर्जिंग इंडियन स्पोर्ट्सवुमेन ऑफ़ द ईयर 2020” अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। हरियाणा की मनु ने 2018 में दो गोल्ड मेडल जीतकर युवा खिलाड़ियों के लिए एक नई मिसाल पेश की थी।
गुकेश डी

गुकेश डी ने शतरंज की दुनिया में इतिहास रचते हुए दिसंबर 2024 में सबसे कम उम्र में शतरंज वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने का रिकॉर्ड बनाया। महज 18 साल की उम्र में उन्होंने चीन के ग्रैंड मास्टर डिंग लिझेन को हराकर वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब जीता। चेन्नई के गुकेश ने 2015 में शतरंज की नेशनल स्कूल चैंपियनशिप जीती थी, और 2019 में वे भारत के सबसे कम उम्र के ग्रैंड मास्टर बने थे।
हरमनप्रीत सिंह

हरमनप्रीत सिंह भारतीय हॉकी के कप्तान हैं और उन्होंने अपनी उत्कृष्ट ड्रैग फ्लिकिंग तकनीक से दुनिया भर में पहचान बनाई है। उनके नेतृत्व में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक जीता। इसके अलावा, 2020 के टोक्यो ओलंपिक में भारत को 41 साल बाद हॉकी में कांस्य पदक दिलाया। अमृतसर के हरमनप्रीत सिंह ने बचपन में खेती-बाड़ी के साथ-साथ हॉकी की ट्रेनिंग ली और एक बेहतरीन खिलाड़ी बने।
प्रवीण कुमार

प्रवीण कुमार ने पैरा-एथलेटिक्स में भारत का नाम रोशन किया। उन्होंने पेरिस 2024 पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर भारत को छठा गोल्ड मेडल दिलाया। यह उनका दूसरा पैरालंपिक पदक था। प्रवीण कुमार ने पुरुषों के हाई जंप T64 वर्ग में एशियाई रिकॉर्ड स्थापित किया। टोक्यो 2020 पैरालंपिक में भी उन्होंने रजत पदक जीता था। उनके जीवन में शारीरिक चुनौती के बावजूद, उन्होंने वॉलीबॉल से लेकर हाई जंप तक कई खेलों में सफलता प्राप्त की।
इन चारों खिलाड़ियों को भारत का सबसे बड़ा खेल पुरस्कार मिलने जा रहा है, जो उन्हें उनके अद्वितीय योगदान के लिए सम्मानित करेगा। इनकी उपलब्धियाँ न केवल खेल जगत में, बल्कि युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हैं। यह पुरस्कार उनके कठिन परिश्रम, समर्पण और उत्कृष्टता के प्रतीक के रूप में उनके नाम से जुड़ा रहेगा।
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