अन्ना हजारे एक प्रमुख भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलनों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका जन्म 15 जून 1937 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के भिंगार में हुआ था। हजारे ने भारतीय समाज में बदलाव लाने के लिए कई वर्षों तक सामाजिक और सार्वजनिक कार्य किए हैं, और वे विशेष रूप से “लोकपाल” और “जन लोकपाल बिल” के लिए संघर्ष के कारण प्रसिद्ध हुए।

प्रारंभिक जीवन और प्रेरणा:
अन्ना हजारे का असली नाम किषन यादव हजारे था। उनका परिवार गरीब था, और वे बचपन में ही अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहारा देने के लिए विभिन्न कामों में जुटे हुए थे। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद भारतीय सेना में भर्ती होने का निर्णय लिया। सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने अपने गांव में जाकर समाज सेवा कार्य शुरू किया।
समाज सेवा और आंदोलन:
अन्ना हजारे ने सामाजिक कार्यों में अपनी सक्रियता शुरू की थी, और उन्होंने सबसे पहले गांव के विकास के लिए काम करना शुरू किया। वे महाराष्ट्र के रालेगण सिद्धि गांव में गए, जहां उन्होंने जल संरक्षण, वृक्षारोपण, और शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार किए। रालेगण सिद्धि मॉडल को एक सफल ग्रामीण विकास मॉडल के रूप में जाना जाता है, जहां उन्होंने पारंपरिक और आधुनिक तकनीकों का मिश्रण करके गांव को आत्मनिर्भर बनाया।
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भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन:
अन्ना हजारे ने भारतीय समाज में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कई आंदोलनों का नेतृत्व किया। उनका सबसे प्रसिद्ध आंदोलन 2011 में “जन लोकपाल बिल” के लिए था। उन्होंने केंद्र सरकार पर दबाव डालने के लिए दिल्ली में अनशन शुरू किया था, जिसका उद्देश्य एक स्वतंत्र और प्रभावी लोकपाल की स्थापना करना था, जो सरकारी अधिकारियों और नेताओं के भ्रष्टाचार पर नजर रख सके।
उनके नेतृत्व में यह आंदोलन बड़े पैमाने पर फैल गया और लाखों लोग सड़कों पर उतर आए। अन्ना का आंदोलन व्यापक जन समर्थन प्राप्त करने में सफल रहा, और इसके परिणामस्वरूप लोकपाल और लोकायुक्त बिल को संसद में पेश किया गया। हालांकि, इस आंदोलन के दौरान कई विवाद भी हुए, लेकिन अन्ना की ईमानदारी और संघर्ष ने उन्हें एक राष्ट्रीय हीरो बना दिया।
पुरस्कार और सम्मान:
अन्ना हजारे को उनके उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों और संघर्षों के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें पद्मभूषण (2011) भी शामिल है। इसके अलावा, उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज उठाई और बदलाव की दिशा में काम किया।
अन्ना हजारे का जीवन एक प्रेरणा है, जो हमें यह सिखाता है कि सत्य और ईमानदारी की राह पर चलकर समाज में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। वे अब भी भ्रष्टाचार और सामाजिक सुधार के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
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