छत्तीसगढ़: बीजापुर बस्तर के युवा और साहसी पत्रकार मुकेश चंद्राकर, जिन्होंने 2021 में माओवादियों के चंगुल से CRPF जवानों को छुड़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, की हत्या ने पूरे पत्रकारिता जगत को झकझोर कर रख दिया है। 28 वर्षीय मुकेश का शव बीजापुर के एक ठेकेदार की संपत्ति पर बने सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ।
शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुकेश ने हाल ही में एक सड़क निर्माण परियोजना में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का खुलासा किया था। इसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकियां मिली थीं।

गुमशुदगी से लेकर हत्या तक
मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी की शाम को अचानक लापता हो गए थे। उनके परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। दो दिन बाद, उनका शव एक सेप्टिक टैंक में पाया गया, जिसे हाल ही में कंक्रीट से ढका गया था। यह साफ संकेत देता है कि हत्या को बड़ी साजिश के तहत अंजाम दिया गया।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का वादा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मुकेश चंद्राकर जैसे युवा और समर्पित पत्रकार का जाना पत्रकारिता और समाज दोनों के लिए अपूरणीय क्षति है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही कड़ी सजा दी जाएगी।”
मुकेश चंद्राकर: साहसी पत्रकार की अनकही दास्तां
मुकेश चंद्राकर ने 2021 में माओवादियों द्वारा अगवा किए गए CRPF जवानों की रिहाई सुनिश्चित कराने में अहम भूमिका निभाई थी। उनकी इस बहादुरी की सराहना न केवल राज्य पुलिस, बल्कि पूरे समाज ने की थी।
मुकेश ने बस्तर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में नक्सली हमलों, मुठभेड़ों और सामाजिक मुद्दों को उजागर करने का काम किया। वे एक राष्ट्रीय समाचार चैनल के स्ट्रिंगर के रूप में काम करने के साथ-साथ अपना यूट्यूब चैनल भी चलाते थे, जिसके 1.59 लाख से अधिक सब्सक्राइबर थे।
पत्रकारिता जगत में गुस्सा और शोक
मुकेश की हत्या ने पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बस्तर के पत्रकारों ने इस निर्मम हत्या की कड़ी निंदा की है।
स्थानीय संपादक अनुराग द्वारी ने कहा, “यह घटना इस क्षेत्र में पत्रकारों के सामने आने वाले खतरों को उजागर करती है। हम न्याय की मांग करते हैं और मुकेश के परिवार के साथ खड़े हैं। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।”
न्याय की उम्मीद: मुकेश के परिवार और साथियों को अब सिर्फ न्याय का इंतजार है। यह देखना होगा कि क्या इस घटना के जिम्मेदार लोगों को सजा मिलती है, या यह भी एक अनसुलझी फाइल बनकर रह जाएगी।