Dr. Manmohan Singh biography in hindi : डॉ. मनमोहन सिंह, भारत के 13वें प्रधानमंत्री और एक प्रख्यात अर्थशास्त्री थें। उनका जीवन संघर्ष, विद्वता और सेवा का प्रतीक है। यहां उनकी जीवनी का विवरण विस्तार से हिंदी में (Dr. Manmohan Singh Biography) बताया गया हैं।
शीर्षक | विवरण |
---|---|
पूरा नाम | डॉ. मनमोहन सिंह |
जन्म | 26 सितंबर 1932, गाह (अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित) |
मृत्यु | 26 दिसम्बर 2024 |
पिता का नाम | गुरमुख सिंह |
माता का नाम | अमृत कौर |
पत्नी का नाम | गुरशरण कौर |
संतान | तीन बेटियां – उपिंदर सिंह, दमन सिंह, और अमृत सिंह |
शिक्षा | – बीए (अर्थशास्त्र) – पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ |
– एमए (अर्थशास्त्र) – पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ | |
– डी.फिल (अर्थशास्त्र) – ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, इंग्लैंड | |
प्रमुख पद | – भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर (1982-1985) |
– योजना आयोग के उपाध्यक्ष (1985-1987) | |
– वित्त मंत्री (1991-1996) | |
– प्रधानमंत्री (2004-2014) | |
राजनीतिक दल | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
प्रमुख उपलब्धियां | – 1991 के आर्थिक सुधारों के प्रमुख वास्तुकार। |
– भारत को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान। | |
– भारत-अमेरिका परमाणु समझौता (2008)। | |
सम्मान और पुरस्कार | – पद्म विभूषण (1987) |
कैरियर की शुरुआत | – संयुक्त राष्ट्र में अर्थशास्त्री के रूप में |
– दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर |
डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान – dr. manmohan singh baiography in hindi
- आर्थिक सुधार (1991): उन्होंने भारत में उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण (LPG) की शुरुआत की, जिससे देश की अर्थव्यवस्था विश्व स्तर पर जुड़ सकी।
- प्रधानमंत्री के रूप में: उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में कई योजनाओं की शुरुआत की।

डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन उनकी विद्वता, सादगी और समर्पण का प्रतीक है। उनका योगदान भारतीय राजनीति और अर्थशास्त्र में हमेशा याद रखा जाएगा।
डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन और योगदान अत्यंत प्रेरणादायक और विस्तृत है। यहां उनके जीवन से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है:
डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन के अन्य प्रमुख पहलू:
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
- डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रांत के गाह गांव (अब पाकिस्तान) में हुआ।
- विभाजन के बाद उनका परिवार भारत आ गया और वे अमृतसर में बस गए।
- उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा गाह और बाद में अमृतसर से पूरी की।
- उनकी शैक्षिक उपलब्धियां अत्यंत उल्लेखनीय रहीं। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से डी.फिल (अर्थशास्त्र) की डिग्री प्राप्त कर, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय और भारतीय अर्थव्यवस्था पर अपनी गहरी पकड़ बनाई।
कैरियर की शुरुआत और सरकारी सेवा
- शिक्षाविद: दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में पढ़ाया।
- अंतरराष्ट्रीय संगठन: संयुक्त राष्ट्र में बतौर अर्थशास्त्री अपनी सेवाएं दीं।
- सरकारी पद: भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में सचिव और बाद में मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद संभाला।
- 1982 में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर बने और मौद्रिक नीति में सुधार लाए।
राजनीतिक जीवन
- 1991 में, जब भारत आर्थिक संकट का सामना कर रहा था, प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने उन्हें वित्त मंत्री नियुक्त किया।
- उन्होंने विदेशी मुद्रा संकट से उबरने के लिए व्यापक आर्थिक सुधार लागू किए। इन सुधारों ने भारत के उदारीकरण और वैश्वीकरण की नींव रखी।
- 2004 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में चुना। वे पहले गैर-हिंदू और सिख समुदाय से प्रधानमंत्री बने।
प्रधानमंत्री के रूप में योगदान
- आर्थिक क्षेत्र:
- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA): ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार प्रदान करने और गरीबी कम करने के लिए इस योजना को लागू किया।
- भारत-अमेरिका परमाणु समझौता: ऊर्जा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह ऐतिहासिक समझौता किया।
- सामाजिक क्षेत्र:
- सर्व शिक्षा अभियान और शिक्षा के अधिकार (RTE) अधिनियम लागू किया।
- स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) की शुरुआत की।
- विदेश नीति:
- अमेरिका, रूस, चीन और अन्य प्रमुख देशों के साथ संबंधों को मजबूत किया।
- पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता में अहम भूमिका निभाई।
व्यक्तित्व और जीवनशैली
- डॉ. मनमोहन सिंह सरल, शांत और विद्वान व्यक्तित्व के धनी हैं।
- उनकी पत्नी, गुरशरण कौर, हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं और उनका परिवार उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा।
सम्मान और पुरस्कार
- 1987 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
- विश्व स्तर पर उनकी विद्वता और नेतृत्व की सराहना की गई।
विरासत
डॉ. मनमोहन सिंह को भारत के आर्थिक सुधारों का जनक माना जाता है।
उनकी नीतियों और नेतृत्व ने भारत को वैश्विक मंच पर एक मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया।
उनकी सादगी और ईमानदारी भारतीय राजनीति में एक मिसाल है।
डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन संघर्ष और सफलता की कहानी है। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी देश को सही दिशा दिखाई और अपने कार्यों से यह सिद्ध किया कि विद्वता और सादगी के माध्यम से भी महान नेतृत्व किया जा सकता है।
डॉ. मनमोहन सिंह से संबंधित प्रश्नोत्तर (Q&A):
प्रश्न 1: डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म कब और कहां हुआ था?
उत्तर: डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को गाह गांव (अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित) में हुआ था।
प्रश्न 2: डॉ. मनमोहन सिंह की शिक्षा कहां से हुई?
उत्तर:
- बीए (अर्थशास्त्र) और एमए (अर्थशास्त्र) – पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़।
- डी.फिल (अर्थशास्त्र) – ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, इंग्लैंड।
प्रश्न 3: डॉ. मनमोहन सिंह की पत्नी का नाम क्या है?
उत्तर: उनकी पत्नी का नाम गुरशरण कौर है।
प्रश्न 4: उनके कितने बच्चे हैं?
उत्तर: डॉ. मनमोहन सिंह की तीन बेटियां हैं – उपिंदर सिंह, दमन सिंह, और अमृत सिंह।
प्रश्न 5: डॉ. मनमोहन सिंह ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम कौन सा किया?
उत्तर: 1991 में वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने आर्थिक उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण (LPG) की शुरुआत की, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई।
प्रश्न 6: डॉ. मनमोहन सिंह को कौन-कौन से पुरस्कार मिले हैं?
उत्तर:
- 1987 में पद्म विभूषण।
- अनेक अंतरराष्ट्रीय संगठनों और संस्थानों द्वारा सम्मानित।
प्रश्न 7: डॉ. मनमोहन सिंह भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर कब बने?
उत्तर: वे 1982 से 1985 तक भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे।
प्रश्न 8: वे प्रधानमंत्री कब बने और कितने समय तक रहे?
उत्तर:
- डॉ. मनमोहन सिंह 2004 में प्रधानमंत्री बने।
- उन्होंने 2004 से 2014 तक 10 वर्ष तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में सेवा दी।
प्रश्न 9: उनके कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियां क्या रहीं?
उत्तर:
- भारत-अमेरिका परमाणु समझौता (2008)।
- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA)।
- शिक्षा के अधिकार (RTE) अधिनियम।
- राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM)।
प्रश्न 10: डॉ. मनमोहन सिंह का व्यक्तित्व कैसा है?
उत्तर: डॉ. मनमोहन सिंह एक सरल, शांत और विद्वान व्यक्ति हैं। उनकी ईमानदारी और सादगी उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है।