By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
IndiaFirst
Tuesday, 24 Jun, 2025
  • होम
  • देश
  • दुनिया
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • जूडिशरी
  • बिजनेस
Notification
IndiaFirst
Notification
Search
  • होम
Have an existing account? Sign In
Follow US
© The IndiaFirst. All Rights Reserved.

जम्मू और कश्मीर – भारत का एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक राज्य

Last updated: December 29, 2024 12:02 pm
By सोनू सिंह Published December 27, 2024
Share
SHARE

जम्मू और कश्मीर भारत का एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक राज्य रहा है। यह राज्य उत्तर में स्थित है और हिमालय पर्वत श्रृंखला द्वारा घिरा हुआ है। जम्मू और कश्मीर की सीमा पाकिस्तान, चीन और भारत के अन्य राज्यों से जुड़ी हुई है, जिससे यह क्षेत्र रणनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण बनता है। राज्य का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी बहुत अधिक है, क्योंकि यह भारतीय उपमहाद्वीप का एक प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र रहा है।

जम्मू और कश्मीर का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्र प्राचीन काल में हिन्दू धर्म, बौद्ध धर्म और मुस्लिम धर्म के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक आदान-प्रदान का केंद्र रहा है। यहाँ के प्रमुख धार्मिक स्थल जैसे अमरनाथ गुफा और वैष्णो देवी मंदिर, हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। वहीं, कश्मीर घाटी में स्थित श्रीनगर शहर को कश्मीर का दिल माना जाता है, जो अपनी सुंदरता और ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है।

1947 में भारतीय स्वतंत्रता के बाद जम्मू और कश्मीर ने विशेष स्थिति प्राप्त की। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत राज्य को विशेष दर्जा दिया गया था। इसका मतलब था कि राज्य का अपना संविधान, कानून, और शासन व्यवस्था थी। हालांकि, 2019 में भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया और जम्मू और कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया – जम्मू और कश्मीर, और लद्दाख।

जम्मू और कश्मीर का भूगोल बहुत विविधतापूर्ण है। राज्य में उच्च पर्वत, हरे-भरे मैदान, और विभिन्न जल निकाय हैं। कश्मीर घाटी, जो राज्य का सबसे प्रमुख क्षेत्र है, अपनी सुंदरता के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहाँ के प्रसिद्ध डल झील, शालीमार बाग, और निस्सार गार्डन पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इसके अतिरिक्त, जम्मू क्षेत्र में भी धार्मिक स्थल जैसे वैष्णो देवी मंदिर और अमरनाथ गुफा स्थित हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखते हैं।

राज्य की आबादी विविध है, जिसमें हिन्दू, मुस्लिम, सिख और बौद्ध धर्म के लोग शामिल हैं। हालांकि, कश्मीर घाटी में मुस्लिम समुदाय की बहुलता है, लेकिन जम्मू और लद्दाख में हिन्दू और बौद्ध धर्म के अनुयायी अधिक हैं। इस सांस्कृतिक विविधता का राज्य की संस्कृति और परंपराओं पर गहरा प्रभाव पड़ा है। जम्मू और कश्मीर की कढ़ाई, कश्मीरी शॉल, और सूती वस्त्र विश्व प्रसिद्ध हैं।

राजनीतिक दृष्टि से, जम्मू और कश्मीर हमेशा से एक संवेदनशील और विवादास्पद क्षेत्र रहा है। पाकिस्तान और भारत के बीच कश्मीर को लेकर विवाद कई दशकों से जारी है। 1947 में विभाजन के बाद कश्मीर के शाही परिवार ने भारत के साथ विलय की घोषणा की, लेकिन पाकिस्तान ने इसे स्वीकार नहीं किया और कश्मीर पर कई युद्ध लड़े गए। वर्तमान में कश्मीर में कई आतंकवादी घटनाएँ और संघर्ष होते रहते हैं, जो राज्य की स्थिति को जटिल बनाते हैं।

विकास के मामले में, जम्मू और कश्मीर को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। लंबे समय तक हिंसा और संघर्षों ने राज्य के विकास को प्रभावित किया। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में राज्य के कुछ हिस्सों में बुनियादी ढांचे का विकास हुआ है। पर्यटन, कृषि, और बागवानी राज्य की प्रमुख आर्थिक गतिविधियाँ हैं। कश्मीर की सेब की खेती और जम्मू की बासमती चावल की खेती विश्व प्रसिद्ध हैं।

राज्य के सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन में विविधता है। यहाँ के लोग अपनी पारंपरिक नृत्य, संगीत और कला के प्रति बहुत उत्साही हैं। कश्मीर का रागा संगीत, कश्मीरी शेराज, और अन्य शास्त्रीय संगीत शैलियाँ यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं। साथ ही कश्मीर की पारंपरिक कढ़ाई और हस्तशिल्प को भी दुनिया भर में पहचान मिली है।

जम्मू और कश्मीर का राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य समय-समय पर बदलता रहा है। राज्य में बहुत से सामाजिक आंदोलनों और संघर्षों ने आकार लिया है। कुछ वर्गों के लोग राज्य में स्वायत्तता या पूर्ण स्वतंत्रता की मांग करते हैं, जबकि अन्य भारतीय संघ के साथ पूरी तरह जुड़ने की बात करते हैं। यह विवाद राज्य में विभिन्न समूहों के बीच तनाव और असहमति का कारण बनता है।

अंत में, जम्मू और कश्मीर का भविष्य भारतीय राजनीति और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। राज्य की स्थिति और उसके विकास को प्रभावित करने वाले कई कारक हैं, जिनमें राजनीतिक, धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दे शामिल हैं। जम्मू और कश्मीर की अद्वितीय ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक विशेषताएँ इसे एक महत्वपूर्ण और विशिष्ट क्षेत्र बनाती हैं, जिसका प्रभाव भारतीय उपमहाद्वीप और वैश्विक राजनीति पर लंबे समय तक रहेगा।

Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

जरुर पढ़ें

आईपीएस अधिकारी सीमांत कुमार सिंह बने बैंगलोर के पुलिस कमिश्नर,समाजसेवी कैलाश सिंह ने दी बधाई।

विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरणविद ने वन वृक्षों पर राखियां बंधे।

डॉ॰ कौशल ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष को पौधा भेंट कर किया सम्मान

डॉ कौशल ने भगवान बुद्ध के सम्मान में उनके जन्मस्थली, ज्ञानस्थली, उपदेश स्थल व समाधि स्थल पर किया है पौधरोपण

न्यू प्राथमिक विद्यालय कोकरो में शिक्षक एवं चावल आवंटन की मांग: संजय यादव (शिक्षक)

IndiaFirst

IndiaFirst acknowledges the Traditional Owners and Custodians of Country across India and their relationship to land, water and community. We honour First Nations cultures by giving voice to social justice, acknowledging our shared history and respecting them.

  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Correction Policies
  • Advertise with us
  • English
  • हिन्दी
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?